अगरबत्ती| भगवान के सामने धूप-अगरबत्ती अर्पित करना हमारी संस्कृति का हिस्सा है। लेकिन क्या यह वाकई हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है?
हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो और लेख वायरल हो रहे हैं जो धूपबत्ती और अगरबत्ती जलाने के संभावित (जीवनशैली) खतरों के बारे में बात करते हैं। क्या इसमें कुछ भी सत्य है?
धूपबत्ती और अगरबत्ती जलाने के संभावित खतरे:
- वायु प्रदूषण: धूप और अगरबत्ती जलाने से हवा में कई हानिकारक रसायन निकलते हैं, जैसे पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (पीएएच), कार्बन मोनोऑक्साइड और फॉर्मेल्डिहाइड।
- श्वांस – प्रणाली की समस्यायें: ये रसायन आंख और नाक में जलन, खांसी, सांस लेने में कठिनाई और एलर्जी का कारण बन सकते हैं।
- कैंसर का खतरा: कुछ अध्ययनों (लाइफस्टाइल) से पता चला है कि धूप और अगरबत्ती जलाने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
विशेषज्ञ की राय:
डॉ। आयुर्वेद (जीवनशैली) विशेषज्ञ और कैंसर शोधकर्ता सुषमा सुमित के अनुसार, “अगर आप घर पर हर दिन धूप जलाते हैं, तो इससे हानिकारक रसायन पैदा होते हैं जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।”
क्या करें
- यदि आपको सुगंध पसंद है, तो फूल, तेल या पौधों जैसी प्राकृतिक सुगंध का उपयोग करें।
- धूप और अगरबत्ती का प्रयोग कम से कम करें।
- अच्छे वेंटिलेशन के लिए खिड़कियां और दरवाजे खुले रखें।
- अगर आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सभी शोध अभी भी जारी हैं और इस विषय पर और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।