प्याज की कीमतें | मुंबई, 23 जून, 2024: प्याज की बढ़ती कीमत पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी मात्रा में बफर स्टॉक के लिए प्याज की खरीद शुरू कर दी है. अब तक 71,000 टन प्याज खरीदा जा चुका है और सरकार ने इस साल 5 लाख टन प्याज खरीद का लक्ष्य रखा है. इससे कीमतें कम होने की संभावना है.
हालांकि, प्याज की मौजूदा औसत कीमत 38.67 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो 40 रुपये के करीब है। इस वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जिनमें रबी सीज़न के दौरान उत्पादन में 20 प्रतिशत की गिरावट, भीषण गर्मी और कम वर्षा शामिल है।
सरकार पहले ही प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाकर और न्यूनतम निर्यात मूल्य तय करके कुछ उपाय लागू कर चुकी है। इस फैसले का असर रेट पर पड़ा और कीमतें गिर गईं.
हालांकि बोगासगिरी की शिकायतों के चलते प्याज उत्पादक किसान संगठनों ने NAFED से अस्थायी तौर पर प्याज की खरीद बंद करने की मांग की है.
पढ़ना: सफलता की कहानी खेत से 1 करोड़ की कमाई: बिना स्कूल गए खेती से 10वीं पास! शिक्षा ही सब कुछ नहीं है!
प्रमुख बिंदु:
- सरकार ने बफर स्टॉक के लिए 71,000 टन प्याज खरीदा है.
- इस साल 5 लाख टन प्याज खरीदने का लक्ष्य.
- रबी सीज़न के दौरान उत्पादन में गिरावट और अन्य कारकों के कारण कीमतें बढ़ीं।
- निर्यात प्रतिबंध और न्यूनतम निर्यात मूल्य के कारण मूल्यह्रास।
- फर्जी शिकायतों के कारण प्याज खरीद पर सवाल।
आगे क्या?
सरकार बफर स्टॉक का इस्तेमाल कर प्याज की कीमतों पर काबू पाने की कोशिश करेगी. मॉनसून की प्रगति और नए सीज़न के उत्पादन के आगमन के कारण कीमतों में कमी आने की संभावना है। हालांकि, गबन के आरोपों का असर प्याज खरीद प्रक्रिया पर पड़ सकता है.