महाराष्ट्र बारिश: महाराष्ट्र में अब कहीं गुलाबी सर्दी आने वाली है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से गुलाबी ठंड पड़ रही है और आने वाले दिनों में ठंड की गंभीरता बढ़ने की संभावना है. इस साल दिवाली के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में अच्छी और भारी बारिश हुई.
इससे सर्दी के आगमन में भी देरी हुई। दिवाली के दौरान हुई बारिश के कारण राज्य में कई जगहों पर किसानों की कृषि फसलों को नुकसान पहुंचने की खबर है. इस बीच चर्चा शुरू हो गई है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर बारिश होगी.
जानकारी सामने आ रही है कि 14 से 17 नवंबर के बीच प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं. इस बीच सेवानिवृत्त मौसम वैज्ञानिक माणिकराव खुले ने इस संबंध में बड़ी जानकारी दी है.
विदर्भ और खानदेश के 11 जिलों को छोड़कर, महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में 14 से 17 नवंबर के बीच तीन दिनों तक बादल छाए रहेंगे, खुले ने भविष्यवाणी की है कि बहुत दुर्लभ स्थानों पर मामूली बारिश की संभावना है।
बेशक, कोंकण को छोड़कर, खानदेश, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में आज से 17 नवंबर तक अगले चार दिनों तक बादल छाए रहने की संभावना है, और यदि ऐसा होता है, तो अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की भी संभावना है।
इसको लेकर किसानों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं दिख रही है. खुले के मुताबिक अगले तीन-चार दिनों तक इन इलाकों में बादल छाए रहने की संभावना है, इसलिए ठंड का जोर कम रहेगा.
खुले ने अनुमान जताया है कि इन भागों में इन तीन दिनों तक ठंड बरकरार रहेगी. यह वायुमंडलीय प्रभाव विशेष रूप से रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, सांगली, कोल्हापुर, सोलापुर, धाराशिव, लातूर जिलों में महसूस किया जाएगा।
खुले ने इस समय यह भी स्पष्ट किया कि यह वायुमंडलीय परिवर्तन उत्तरी महाराष्ट्र के नंदुरबार, धुले, जलगांव, नासिक जिलों में नहीं देखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि 17 नवंबर से एक बार फिर सर्दी की स्थिति बहाल हो जाएगी, सर्दी फिर से शुरू हो जाएगी.
कुल मिलाकर 14 से 17 नवंबर के बीच राज्य के कुछ जिलों में बादल छाये रहने और हल्की बारिश की संभावना है. बेशक इस दौरान ज्यादा बारिश नहीं होगी. इससे राज्य के किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है.