मनोज जारांगे | जालना, 3 जून: मराठा आरक्षण और साधु सोयारी को लागू करने के लिए मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल एक बार फिर भूख हड़ताल पर जा रहे हैं. वे 4 जून से अंतरवाली सराती में अनशन शुरू करेंगे.
हालांकि जारांगे पाटिल की भूख हड़ताल को विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है. अंतरवाली सराती के कुछ ग्रामीणों ने कलेक्टर को आवेदन देकर भूख हड़ताल की अनुमति नहीं देने की मांग की है.
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ग्रामीणों के विरोध का कारण:
- गांव में डर का माहौल: बयान में कहा गया है कि जारांगे पाटिल की भूख हड़ताल से अंतरवाली में सभी जाति और धर्म के लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया है।
- नफरत और नफरत: ग्रामीणों का आरोप है कि जारांगे पाटिल का आंदोलन नफरत, गुस्से और नफरत से प्रेरित है.
- जातीय मेल-मिलाप खतरे में: बयान में कहा गया है कि इस आंदोलन के कारण गांव में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को खतरा पैदा हो गया है.
- कानून एवं व्यवस्था की समस्या: ग्रामीणों को डर है कि आंदोलन से सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है और कानून एवं व्यवस्था बाधित हो सकती है।
आगे क्या?
यह तय है कि जारांगे पाटिल 4 जून से अनशन पर बैठेंगे. ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन क्या निर्णय लेता है, इस पर सबकी नजर है.